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सैदपुर में श्रृद्धाभाव के साथ किया गया जवारों का विसर्जन

सैदपुर में श्रृद्धाभाव के साथ किया गया जवारों का विसर्जन






ललितपुर ( उ०प्र०) 7 अक्टूबर 2019


              नवरात्रि महापर्व के समापन अवसर पर नगर में जवारों की शोभायात्रायें निकाली गयीं। नगर भ्रमण के पश्चात जवारों को पांडव तालाब में श्रद्धापूर्वक विसर्जित किया गया। यह जवारे मां भगवती की आराधना के प्रतीक माने जाते हैं। पिछले 9 दिनों से सनातन धर्मियों के कठिन व्रत और साधना का प्रतीक शारदीय नवरात्रि पर्व मनाया जा रहा था। इस पर्व के चलते सम्पूर्ण जनपद के देवालयों के अलावा सनातन धर्मियों के घरों में विशेष धार्मिक अनुष्ठड्ढान चल रहे थे। पिछले 9 दिनों से सनातन धर्मी कठिन व्रतों व साधनाओं में आबद्ध होकर मां दुर्गा के भक्ति भावों में डूबे हुए थे।


                  बुंदेली परम्परा के अनुसार अनेक सनातन धर्मियों के घरों में मां दुर्गा की आराधना में जवारे बाये गए। ऐसी अधिमान्यता है कि मनौतियां मांगने के लिए मां दुर्गा की आराधना हेतु जवारे बोये जाते हैं इससे श्रद्धालुओं की इच्छित मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मां दुर्गा की कृपा से जिनकी इच्छित कामनाएं पूरी हो जातीं वह भी अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मां दुर्गा के जवारे बोते हैं। जवारे बोना कोई सहज कार्य नहीं है। नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापित कर जवारे बोने के साथ ही श्रद्घालुजन कठोर व्रतों और साधना में आबद्घ हो जाते हैं। इसके उपरांत भक्तजन नवमी तक के लिए मां दुर्गा के साथ स्थित रहते। जवारों की भारी सेवा सुरषा की जाती। रोज धार्मिक पूजा अर्चना के साथ तांत्रिक अनुष्ठान होते हैं।



सलाम  खाकी न्यूज़ के साथ ललितपुर से इंद्रपाल सिंह की रिपोर्ट

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