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55 घंटे का लोकडाउन तय करेगा उत्तर प्रदेश में लोक - अनलोक में आने वाले संक्रमित मरीजों की संख्या का अंतर , 13 जुलाई को प्रदेश सरकार द्वारा लिया जा सकता है महत्वपूर्ण फैसला

10 जुलाई की रात से लगाए जाने वाले संपूर्ण लॉकडाउन से देखी जा सकती है कोरोना की ताकत



 एक बार फिर तय कर सकती है नई गाइडलाइन  उत्तर प्रदेश सरकार 




सलाम खाकी कार्यालय शामली : 9 जुलाई 2020

            उत्तर  प्रदेश के अंदर कोरोनावायरस से बचते हुए आम जिंदगी को पटरी पर लाने का प्रयास करते हुए सरकार को 3 चरणों में किए जाने वाले अनलॉक के दूसरे चरण में ही एक बार फिर से लॉकडाउन लगाने की जो आवश्यकता पड़ी वह जनहित को देखते हुए अपने आप में कहीं अधिक महत्वपूर्ण है ।

      1 जून तक चले लॉकडाउन के बाद पूरे देश के साथ - साथ उत्तर प्रदेश में भी पहले चरण की अनलोक प्रक्रिया शुरू हो गई थी । मगर आंकड़ों पर यदि ध्यान दिया जाए तो देश ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में आने वाले कोरोना संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है यह वृद्धि केवल मरीजों में ही नहीं बल्कि कोरोना से मरने वालों और ठीक होने वालों में भी हुई है । 

      उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा पर यदि ध्यान दें तो इस तरह से बेतहाशा बढ़ती कोरोनावायरस की संख्या के कारण आने वाले समय में गंभीर समस्या बन सकती है । जिस पर नियंत्रण कर पाना बड़ा मुश्किल हो सकता है । 

    इसलिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक और नए परीक्षण के तहत शायद 55 घंटे का संपूर्ण लॉकडाउन लगाकर उसके अंदर आने वाले पॉजिटिव संक्रमितों की संख्या का आंकलन करना हो सकता है ताकि आवश्यकता समझते हुए डब्ल्यूएचओ की सलाह पर फिर से लोकडाउन का सहारा लिया जाता है । 

        हालांकि यह सब भविष्य के गर्भ में निहित होते हुए आंकड़ों के ऊपर निर्भर हो सकता है अब जो भी हो यह तो आने वाला समय ही बताएगा परंतु जो भी फैसला उत्तर प्रदेश सरकार या डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का होगा उसी समय लिया जाएगा । 


      कोरोनावायरस के बढ़ते आंकड़ों के लिए हम सब जिम्मेदार हैं

          लोक डाउन हो या अनलॉक , सरकार ने हमें कोरोना से लड़ने और अपनी जिंदगी बचाने को पिछले करीब 3 महीनों में सब कुछ सिखाया व दिखाया है । जिसमें खास तौर पर :-

 पहले नंबर पर बिना काम के घर से बाहर निकलना यानी लॉकडाउन में रहना

दूसरे नंबर पर यदि हम घर से बाहर निकलते हैं तो मुंह पर मास्क या चेहरे को ढक कर रखना

 तीसरे नंबर पर सोशल डिस्टेंस बनाकर रहना और समय-समय पर सैनिटाइजर या साबुन के इस्तेमाल से हाथों को धोते रहना शामिल है ।


            यदि इन उपायों के बारे में हम अपने दिल से पूछे की क्या हम इनका पालन करते हैं जवाब मिलेगा नहीं ....तो फिर इतनी लापरवाही क्यों 
        क्यों हम अपने आप को , अपने परिवार को , अपने समाज को कोरोना के मुंह में धकेलने को तैयार है । प्रशासन द्वारा निर्धारित शैडयूल से अलग हटकर स्वेच्छा से दुकानें खोलकर या फिर अनावश्यक रूप से बाहर घूम कर , इसलिए हम भी इसके उत्तरदाई है ।


लॉकडाउन का पालन करते हुए घरों में रहे  

स्वस्थ रहें   

कम से कम परिस्थिति में घर से बाहर निकले



सलाम खाकी मिनी कार्यालय शामली से समाचार सम्पादक सलेक चन्द वर्मा की रिपोर्ट
      

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