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*पुलिस के सुझावों को अपनाकर साईबर क्राइम से बचें, जागरूकता ही बचने का उपाय है - नरेन्द्र बिजारणिया, एस.पी जीन्द*


*रिश्तेदार, मित्र व बैंक कर्मी बन ठगी कर रहे हैं आरोपी।*


सलाम खाकी न्यूज़


जीन्द पुलिस 15 नवम्बर, 

साईबर क्राईम से बचने के लिए जीन्द पुलिस ने आम नागरिकों को सतर्क रहने के साथ बचाव के तरीके सुझाए हैं। *जीन्द पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र बिजारणिया* ने बताया कि साईबर अपराधों से बचने के लिए जागरूकता ही एकमात्र उपाय है, क्योंकि साईबर अपराधी रोजाना नए तरीकों से लोगों से ठगी कर रहे हैं तो कभी रिश्तेदार, मित्र, बैंक कर्मी, अधिकारी व सैन्य अधिकारी बन कर खातों से पैसा निकाल रहे हैं तो कभी बीमा पाॅलिसी का लाभ व रिवार्ड प्वाइंट दिलाने का झांसा दे रहे हैं।





*ऐसे करते हैं ठगी*


*बैंक अधिकारी व कर्मचारी बनकर:* साईबर अपराधी लोगों को काॅल करके कहते है कि बैंक अधिकारी या कर्मचारी बोल रहे है आपके खाते को अपडेट किया जा रहा है, एटीएम कार्ड ब्लॅाक हो गया है, क्रैडिट कार्ड जारी किया जा रहा है। इसके बाद आपसे ही खाते की जानकारी मांग कर ठगी करते हैं।





*रिवार्ड प्वाइंट:* ऑनलाइन खरीदारी पर रिवार्ड प्वाइंट दिलाने का झांसा देते हैं। इसके बाद खाते की जानकरी लेकर ठगी करते हैं।


*रिष्तेदार या मित्र बनकर:* रिश्तेदार और मित्र बनकर काॅल करते हैं। खाते में रकम भेजने का झांसा देते हैं। क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए कहा जाता है और साईबर ठगी की जाती है। 





*सैन्य अधिकारी बन कर:* सैन्य अधिकारी बनकर आनलाईन साॅपिंग साइट पर फर्नीचर या बाइक को सस्ते दामों पर बेचने का झांसा देते हैं। सामान की डिलिवरी से पहले खाते में रकम जमा करा लेते हैं।


*ऑनलाइन बिक्री:* साइबर अपराधी आनलाईन शॅापिंग साइट पर विज्ञापन देने वाले को काॅल करते हैं। सामान खरीदने का झांसा देकर एक लिंक भेजते हैं जो यह खाते में रकम आने की बजाय रकम निकालने का होता है। 


*ट्रैजरी अधिकारी बनकर:* ठग पेंशनधारकों को काॅल करते हैं और पेंशन दिलाने का झांसा देते हैं। इसके बाद खाते की जानकारी लेकर रकम निकाल लेते हैं।


*सोसल मिडिया पर दोस्ती कर:* आज कल सबसे आम साईबर अपराध है सैक्सटाॅर्शन, सिसमें साइबर ठग लडकी की आईडी से सोशल मिडिया पर आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। अपनी बातों में लाकर मैसेंजर पर या वाट्सएप पर नम्बर मांगकर आपको न्यूड विडियोकाॅल कर आपको ब्लैकमेल करते हैं और पैसों की मांग करते हैं।


*सावधानी ही बचाव:* साईबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक होना बहुत आवश्यक है। बैंक खाता, एटीएम कार्ड की जानकरी, ओटीपी पिन इत्यादि कभी भी सांझा न करें। आमजन का क्यूआर कोड कभी स्कैन न करें। अनजान व्यक्तियों को सोशल मीडिया पर फ्रेंड लिस्ट में न रखें। किसी तरह का लाभ दिलाने की बात करने वालो की बातों मे न आएं। पेंशन अधिकारी बनकर काॅल करने वालों से सावधान रहें। किसी सामान की खरीदारी प्रमुख कम्पनी की वेबसाईट से ही करें एंव पहले पेमेंट करने से बचें।



सलाम खाकी न्यूज़ से

 ब्यूरो चीफ़

 उजागर सिंह की रिपोर्ट




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