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युवाओं में नशे का बढ़ता फैशन समाज के लिए चिंता का विषय : आईजी राकेश कुमार आर्य

ड्रग मुक्त हिंसा मुक्त मेरा गांव मेरी शान,  अभियान का किया  आगाज, आईजी ने जिले के 5 गांवों को नशामुक्त करने को लेकर लिया गोद

- जिला प्रशासन करेगा अभियान में पूरी भागीदारी : डीसी प्रदीप कुमार



सलाम खाकी न्यूज़

फतेहाबाद, 24 दिसंबर।

जिला के गांव हिजरावां कलां में शुक्रवार को ड्रग एवं हिंसामुक्त, मेरा गांव मेरी शान अभियान के तहत हिसार मंडल पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार आर्य की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त प्रदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भोरिया सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।




जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईजी राकेश कुमार आर्य ने कहा कि नशा करना व करवाना सामाजिक बुराई तथा कानूनी अपराध भी है। गांवों को नशा मुक्त बनाने के लिए हर नागरिक को जागरूक होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बच्चे एवं युवा देश के भावी कर्णधार है। युवाओं को नशे से बचाना और उनकी देखभाल तथा अच्छी शिक्षा

दीक्षा देना हमारा परम कत्र्तव्य बनता है। आईजी ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि नशा ही करना है तो शिक्षा व योग का करें। उन्होंने कहा कि युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृति का सबसे प्रमुख कारण उनमें सहनशक्ति की कमी है। युवा आजकल बहुत जल्दी अपना हौंसला खो देते हैं, जिसका परिणाम यह होता है कि वे डिप्रेशन में चले जाते हैं और फिर वे नशे की गिरफ्त में फंस जाते हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को हालात से लडऩा सिखाएं और उन्हें मजबूत करें। उन्होंने कहा कि आजकल नशा एक फैशन बनता चला जा रहा है जोकि सबसे ज्यादा चिंता का कारण है। गलत संगत में पडक़र नशे को फैशन मान लेना युवा वर्ग की सबसे बड़ी कमजोरी है। दूसरों की देखा-देखी भी लोग नशा करने लग जाते हैं। अपने आपको आधुनिक बनाने के लिए नशे का सहारा लेने लगते हैं, जो कि गलत है। युवा वर्ग की कमजोर सोच का फायदा उठाते हुए नशे के व्यापार में लगे हुए लोग उन्हें नशे के लिए प्रेरित करने लग जाते हैं। इसके लिए जरूरी है कि युवा अपने आपको मजबूत बनाएं और गलत संगति से बचें। कोई भी परेशानी अपने माता-पिता के साथ में शेयर जरूर करें।





जिले को नशामुक्त करने को लेकर फतेहाबाद पुलिस द्वारा किए जा रहे सराहनीय प्रयासों के बाद हिसार मंडल पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार आर्य ने एक ओर कदम उठाते हुए फतेहाबाद जिले सहित मंडल के अंतर्गत आने वाले 5-5 गांवों को पूर्णतया नशामुक्त करने को लेकर इन गांवों को गोद लेने की घोषणा की है।

 ड्रग एवं हिंसामुक्त, मेरा गांव-मेरी शान अभियान के तहत चयनित इन गांवों को पूरी तरह से ड्रग एवं हिंसामुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इन सभी गांवों के लोगों खासकर युवाओं को नशे से बचाने को लेकर विशेष योजना बनाई गई है।



 आईजी द्वारा इन सभी गांवों में जहां विशेष सेमिनार आयोजित कर ग्रामीणों को जागरूक किया जाएगा वहीं नशा छोडऩे वालों की भी पूरी मदद की जाएगी। इस अभियान का आगाज शुक्रवार को आईजी द्वारा गांव हिजरावां कलां से किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन आईजी पीआरओ सज्जन कुमार ने किया।





जिला प्रशासन करेगा अभियान में पूरी भागीदारी : डीसी

उपायुक्त प्रदीप कुमार ने जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस अभियान में जिला प्रशासन भी पूरी तरह भागीदारी करेगा और जहां भी सहयोग की जरूरत होगी, प्रशासनिक अधिकारी वहां मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए युवाओं का शिक्षित होना बेहद जरूरी है लेकिन युवा वर्ग नशे के चलते शिक्षा और समाज से दूर हो रहा है। जिला प्रशासन का भी प्रयास है कि युवा नशे से दूर रहकर खेलों और शिक्षा से जुड़े। इसको लेकर समय-समय पर गांवों में जागरूकता कार्यक्रम, खेल गतिविधियां आयोजित की जाती है। उन्होंने ग्रामीणों से भी इस अभियान में जिला प्रशासन व पुलिस का सहयोग करने की अपील की। उपायुक्त ने कहा कि नशे जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए गांव-गांव कमेटियां गठित की जाएगी और जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।

गांवों में होगा विशेष कमेटियों का गठन:-

पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भोरिया ने बताया कि आईजी द्वारा गोद लिए गए इन 5 गांवों को नशामुक्त करने को लेकर जिला पुलिस द्वारा दो तरह की कमेटियों का गठन किया जाएगा। एक टीम में जहां पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा वहीं दूसरी कमेटी में गांव के प्रबुद्ध लोग शामिल होंगे। एक गांव को नशामुक्त करने को लेकर एक कमेटी कार्य करेगी। इस 5 सदस्यीय कमेटी में उपपुलिस अधीक्षक के अलावा संबंधित चौकी इंचार्ज व अन्य पुलिस कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा वहीं प्रबुद्ध लोगों की कमेटी का ग्रामीणों से विचार विमर्श कर गठन किया जाएगा। उन्होंने लोगों से आह्वान वे इस अभियान में पुलिस का सहयोग करें और अपने गांव को नशे जैसी सामाजिक बुराई से मुक्त करें। नागरिक निसंकोच नशे की सूचना नागरिक हेल्पलाइन नंबर 8814011755 पर दे सकते हैं। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा और उसे उचित ईनाम भी दिया जाएगा।

कैसे काम करेगी कमेटियां:-




जिला पुलिस द्वारा गठित की गई कमेटी डीएसपी के नेतृत्व में काम करेगी। यह कमेटी गांव के प्रबुद्ध लोगों द्वारा गठित की जाने वाली कमेटी के साथ मिलकर काम करेंगी। कमेटी के सदस्य गांव में डोर टू डोर जाकर लोगों को नशा से होने वाले दुष्प्रभावों बारे जानकारी देंगे। साथ ही यह सर्वे भी किया जाएगा कि गांव में कौन-कौन व्यक्ति किस प्रकार के नशे का सेवन करते हैं, नशा प्राप्ति के उनके स्त्रोत क्या-क्या हैं, क्या वे नशा छोडऩा चाहते हैं। नशा करने वाले व्यक्ति के परिवार के लोग उसके बारे में क्या सोचते हैं। नशा करने वालों की काउंसलिंग कर उन्हें नशा छोडऩे के लिए प्रेरित किया जाएगा। जो भी व्यक्ति नशा छोडऩे का इच्छुक होगा, उसका नशामुक्ति केन्द्र में जिला पुलिस द्वारा उपचार भी करवाया जाएगा।

युवाओं को खेलों से जोडऩे का रहेगा प्रयास:-

नशामुक्ति गांव की इस मुहिम का मुख्य केन्द्र गांव के युवा होंगे। युवाओं में नशे के बढ़ते प्रचलन के कारण नशा तस्करी का धंधा भी तेजी से फैल रहा है। अगर युवा नशे के खिलाफ आवाज उठाएंगे तो नशे की डिमांड बंद होने के साथ ही नशा तस्करी की समस्या का अपने आप ही समाधान हो जाएगा। इसको लेकर भी जिला पुलिस द्वारा विशेष योजना बनाई गई है। पुलिस व ग्रामीणों की कमेटी गांव के युवाओं को शिक्षा और खेलों के साथ जोडऩे का प्रयास करेगी। इसको लेकर जिला पुलिस द्वारा गांवों में युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए ग्राम पंचायतों के सहयोग से गांव में खेलों की सुविधाएं जैसे खेल सामग्री, कोच व खेल मैदान आदि मुहैया करवाई जाएंगी वहीं समय-समय पर प्रतियोगिताओं का भी आयोजन कर युवाओं को जागरूक किया जाएगा। पुलिस महानिरीक्षक का मानना है कि अगर युवा खेलों के साथ जोड़ेंगे तो उनमें नशे की प्रवृति अपने आप दम तोड़ देगी।

नशा छोड़ चुके लोगों ने सांझे किए अनुभव:-

गांव हिजरावं कलां में शुरू किए गए अभियान के पहले दिन सुभाष आदि अन्य नशा छोड़ चुके युवाओं ने भी अपने अनुभव लोगों के साथ सांझा किए और बताया कि नशे के दलदल में धंसकर कैसे उनकी जिंदगी खराब हो रही थी। इन युवाओं ने बताया कि पहले उन्होंने शौक-शौक में नशे का सेवन शुरू किया और बाद में उन्हें इसकी लत पड़ गई। नशे के कारण घर में लड़ाई-झगड़ा होना, समाज में तिरस्कार की दृष्टि से देखा जाने लगा वहीं नशे की पूर्ति के लिए उन्होंने अपराधों की ओर भी जाने का मन बना लिया था लेकिन समय पर परिवार का साथ मिलने और पुलिस द्वारा सहयोग किए जाने पर अब वे पूरी तरह नशा छोड़ चुके हैं और सम्मानजनक और सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

जागरूकता कार्यक्रम के दौरान आईजी ने उपस्थित नागरिकों को नशा न करने और समाज व देशहित में कार्य करने की शपथ दिलाई। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को नशा की पूर्णतया रोकथाम के लिए पूर्ण सहयोग देने का विश्वास दिलाया। इस अवसर डीएसपी डॉ. कविता, जिला समाज कल्याण अधिकारी इंद्रा यादव, डॉ. गिरीश, डॉ. सीमा छोकर, मुख्तयार सिंह बाजीगर आदि अन्य वक्ताओं ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और नशे की रोकथाम के लिए अपने सुझाव दिए। इस मौके पर उपनिदेशक डॉ. साहिब राम गोदारा, डीएसपी सुभाष चंद्र बिश्रोई, अजायब सिंह, निरीक्षक जगजीत सिंह, रविश, रामनिवास कोच, पूर्व सरपंच धर्मपाल, सुरेश, रमेश भारती, पृथ्वी सिंह सहित क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।


सलाम खाकी न्यूज़ फतेहाबाद से

 ब्यूरो चीफ़

 उजागर सिंह की रिपोर्ट






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