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          आईजी ने ड्रग एवं हिंसा मुक्त, मेरा गांव, मेरी शान अभियान मे किये जा रहे कार्यो की समीक्षा।



    अपराध को सुलझाना पुलिस का अच्छा कार्य, परन्तु अपराध को घटित होने से रोकना सर्वोत्तम –आईजी




पुलिस के सामाजिक कार्यों से भटके युवाओं को दिशा मिलेगी, वही पुलिस की छवि मे भी निखार आएगा-

आईज

सलाम खाकी न्यूज़


 

 

श्री राकेश कुमार आर्य, पुलिस महानिरीक्षक, हिसार मंडल हिसार ने आज वीरवार को जीओ मैस नई पुलिस लाइन हिसार मंडल के 25 गांवो मे चलाये जा रहे ड्रग एवं हिंसा मुक्त मेरा गांव मेरी शान अभियान के तहत जिलों मे गठित की गई टीमों द्वारा इस दिशा में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। जिलेवार समीक्षा करते हुये टीम द्वारा इस दिशा मे किये गये कार्यो व उनके अनुभव जाने, पांचो जिलो से आई टीम ने अपनी प्रगति रिपोर्ट व अपने अनुभव साझा करते हुये बतलाया कि परोपकार के इस कार्य के लिये लोग सहयोग कर रहे है व इस अभियान में दिल से जुड रहे है ।




 आईजी ने संबोधन में कहा कि अपराध को सुलझाना पुलिस का अच्छा कार्य, परन्तु अपराध को घटित होने से रोकना सर्वोत्तम है, हम लोगों को ड्रग की लत से बाहर निकालने के प्रयास मे लगे है,जिससे हम उन लोगो को उपयोगी बना पायेंगे जो गलत दिशा पर चल रहे है। ड्रग के आदी हुये लोगों की सारी जानकारी हासिल करना व हालात अनुसार उनकी काउंसलिंग अथवा मनोरोग विशेषज्ञ से दवा दिलवाकर हम इस अभियान को सार्थक बना सकते है। हमारे प्रयासों से जो घर ड्रग मुक्त होगे वो हिंसा मुक्त भी हो जाएंगे क्योकि नशा ही हिंसा का मुख्य कारण है। उन्होने कहा हमारे प्रयासो से किसी के घर मे खुशिया आयेगी व घर परिवार को दिशा मिलती है बच्चो व महिलाओं को चेहरे पर मुस्कुराहट आती है तो इससे बेहतर कोई कार्य नहीं हो सकता।




 

जिला हिसार की टीम ने शेयर किये अपने अनुभव

 

जिला हिसार मे पांच गांव ड्रग एवं हिंसा मुक्त करने के लिये चयन किया गया है जिनमे गांव पीरावाली, सीसवाल ,सदलपूर, बधावड व गाव रावतखेडा है। टीम ने सभी गांवो का दौरा कर गांवो के लोगों की कमेटीयां गठित कर ली है, जो पुलिस के साथ मिलकर ड्रग से प्रभावित युवाओं की पहचान करेगे।  गांव पीरावाली के लोग इस अभियान से काफी उत्साहित है, इस दिशा मे कार्यरत पुलिस टीम पर पूरा विश्वास करते है व सहयोग भी, जो लोग ड्रग की दलदल मे फसे थे वो स्वयं पुलिस की टीम से सम्पर्क कर रहे है, गाँव मे अब तक 21 युवाओं की पहचान की है जो ड्रग के आदी है, अपनी स्वेच्छा से इस लत से बाहर निकला चाहते है।  ऐसे लोगो की पहचान करने के लिये महिला पुलिस कर्मचारियों को लगाया है जो डोर टू डोर सर्वे कर रहे है व घर की महिलाओं से सारी बातें साझा कर रही है।




 ड्रग की लत मे पडे युवाओं को अभी नागरिक अस्पताल से दवाई दिलवाई जा रही है, इस दिशा मे ऐसे मरीजों को गांव मे ही दवाई की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिये प्रयास किया जा रहे है।  जिला की टीम के पास अब तक 31 ऐसे युवाओं की जानकारी है जो ड्रग के आदी है व लत को छोडने के लिये उन्होंने पुलिस टीम से मदद मांगी है।

 

फतेहाबाद की टीम ने भी इस दिशा मे अच्छा कार्य किया है ,उन्होंने 11 युवाओं को नशा मुक्ति केंद्र फतेहाबाद मे दाखिल करवाया व गांव हिजरावा कला के 25 युवाओं की पहचान की है जो ड्रग की लत मे फसे है,उनकी काउंसलिग करवाई गई है, उन्हे जरुरतनुसार दवाईया दिलाई जायेगी। फतेहाबाद के पांचों गांवो मे कमेटियों का गठन किया गया है । ड्रग की लत मे फंसे युवाओं की हर तरह से सहयोग व सम्मान के साथ उन्हे सही दिशा मे लाने के प्रयास किये जा रहे है । आईजी ने टीम द्वारा परोपकार के लिये किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि टीम द्वारा समाज सेवा के लिये किये जा रहे कार्यों से एक तरफ भटके युवाओं को दिशा मिलेगी वही पुलिस की छवि मे भी निखार आएगा । 


सलाम खाकी न्यूज़ से

 ब्यूरो चीफ़ 

उजागर सिंह की रिपोर्ट







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