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सावधान ! पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन की यह खबर आपको बचाऐगी |

 


सावधान ! कही आप ना हो जाना

'वीडियो कॉल' ठगी के शिकार - पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन

ऑनलाइन जालसाजों ने लोगों को ठगने, ब्लैकमेल करने और जबरन वसूली करने का नया तरीका अपनाये हुऐ है। जैसे-जैसे लोगों द्वारा इंटरनेट पर सर्फिंग पर बिताया गया समय कोविड -19 के दौरान बढ़ गया था, ऑनलाइन धोखेबाज नए-नए तरीके खोज रहे हैं।

   पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन, आईपीएस ने युवाओं ओर आमजन को जागरूक करते हुए कहा है कि  नागरिकों के साथ धोखेबाजी करने की अपनी नवीनतम तकनीक में, साइबर अपराधी नई तरकीबे लेकर आये है जैसे - 'न्यूड वीडियो कॉल' जिसके द्वारा वे व्हाट्सएप और अन्य वीडियो कॉल-सक्षम प्लेटफॉर्म जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों को टार्गेट करते हैं। ये जालसाज रैंडम नंबरों पर वीडियो कॉल करते हैं जिसमें एक महिला लक्षित व्यक्ति के साथ चैट करती है। जालसाज स्क्रीन रिकॉर्डिंग एप्लिकेशन का उपयोग करके पीड़ितों को महिला के साथ चैट करते हुए रिकॉर्ड करते हैं और फिर पीड़ितों को पैसे देने की धमकी के साथ वीडियो भेजते हैं अन्यथा वे अपने चैटिंग वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा कर देंगे।


 पुलिस अधीक्षक  ने इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाले लोगों से अपने व्यक्तिगत विवरण और तस्वीरों को सुरक्षित रखने के लिए सख्त गोपनीयता विकल्प लागू करने की अपील की है। कुछ मामले ऐसे आते है जिनमें ऑनलाइन धोखेबाजों ने पीड़ितों, विशेष रूप से महिलाओं के सोशल मीडिया अकाउंट से प्रोफाइल पिक्चर या डिस्प्ले तस्वीरें चुरा लीं और फिर उन्हें पैसे की मांग के साथ तस्वीर को ऐडिट कर के वापस भेज दिया । उन्होंने लोगों से यह भी कहा कि वे अज्ञात नंबरों से आने वाले व्हाट्सएप वीडियो कॉल को रिसीव न करें। यह महत्वपूर्ण है कि फोन या ऑनलाइन पर अजनबियों के साथ व्यक्तिगत तस्वीरें या वीडियो कभी साझा न करें। ऐसा देखने में आया है कि जालसाज पीड़ितों के नंबर पर वीडियो कॉल करते हैं और जैसे ही वे उठाते हैं, अचानक एक महिला स्क्रीन पर बात करने लगती है। इससे पहले कि पीड़ित समझ सकें कि क्या हो रहा है, धोखेबाज - स्क्रीन रिकॉर्डर एप्लिकेशन का उपयोग करके - चैट रिकॉर्ड कर, पीड़ित के नंबर पर धमकी भरे संदेश के साथ पैसे की मांग करेगे अन्यथा वे अपने रिकॉर्ड किए गए वीडियो को इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा करने की धमकी दे पीड़िता की प्रोफाइल के अनुसार रंगदारी की मांग करते हैं। 

पुलिस अधीक्षक महोदय डॉ अर्पित जैन ने कहा कि जालसाज जानते हैं कि कोरोना काल में पुलिस का काम भी प्रभावित हुआ है, इसलिए वे इस समय का अधिकतम लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करते समय सतर्क रहने की जरूरत है और ऑनलाइन अपराधियों के जाल में फंसने से बचने के लिए गोपनीयता सुविधाओं का उपयोग करने की जरूरत है।



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