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ललितपुर न्यूज़ : मातृभाषा दिवस के अवसर पर आज अपनी हिंदी भाषा को फिर सर्वोपरि बताया प्रमोद दीक्षित ने

मातृभाषा-बोली को सहेजने की जरूरत- प्रमोद दीक्षित ‘मलय’




लख़नऊ 21 फरवरी 2020

मातृभाषा मानव जीवन में आनन्द का उत्स है, लोक का अप्रतिम प्रसाद है और अवसाद से मुक्ति का द्वार भी। यह कुछ नया रचने-गुनने और चिंतन-मनन करने की आधारभूमि है। मातृभाषा है तो जीवन में उमंग, उत्साह की उत्ताल तरंगें हैं। वास्तव में मातृभाषा स्वयं की सहज अभिव्यक्ति और कल्पना के इंद्रधनुषी रंगों को साकार करने का एक फलक है। मातृभाषा में कड़ाही में गुड़ बनाने के लिए पक रहे गन्ने के रस की सोंधी सुगंध और मिठास होती है। मातृभाषा में किसी पहाड़ी झरने की मोहक ध्वनि सा सरस सुमधुर संगीत और गत्यात्मकता होती है। वह नित नये शब्द बुनती नवल रूप ग्रहण करती है। वह जीवन का स्पन्दन हैं, प्राण हैं। कोई व्यक्ति भले ही कितने बढ़े पद पर पहुंच जाये पर हर्ष, दुःख, प्रेम और क्रोध के अत्यधिक आवेग में उसके कंठ से सहसा मातृभाषा का स्वर ही फूटता है। यह मातृभाषा की जीवन्तता और जीवन में बसाहट का द्योतक है। तभी भारतेन्दु हरिश्चन्द्र को कहना पड़ा - निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल। बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटै न हिय को शूल।

मातृभाषा के सम्बंध में अभी भी स्पष्ट परिभाषा का अभाव दिखता है। मातृभाषा से आशय किसी बच्चे को उसकी माता से प्राप्त होने वाली भाषा के अर्थ में किया जाता है। लेकिन यह मातृभाषा के व्यापक फलक को सीमित और संकुचित कर देना है। मेरे मत में मातृभाषा किसी व्यक्ति के बचपन में उसके परिवेश में कार्य-व्यवहार की वह सामान्य भाषा है जिसमें उसने लोक से सम्पर्क एवं संवाद किया है, भले ही वह उसकी मां की भाषा से अलग रही हो। तो हम कह सकते हैं की मातृभाषा किसी व्यक्ति की सामाजिक एवं सांस्कृतिक पहचान होती है। मातृभाषा का स्थान वास्तव में कोई दूसरी भाषा कभी भी नहीं ले सकती। इसलिए मातृभाषा को न केवल संरक्षित रखना बल्कि सवंर्धित करते हुए अगली पीढ़ी को सौपना हमारी सामाजिक, भाषाई नैतिक जिम्मेदाराी है। इस दृष्टि से यूनेस्को द्वारा विश्व भर में 21 फरवरी को अन्तरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया जाता है।

भाषाई और सांस्कृतिक विशेषताएं एवं बहुभाषावाद के बारे में वैश्विक जन-जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्रसंघ की संस्था यूनेस्को द्वारा प्रत्येक वर्ष 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया जाता है। अगर इस दिवस का ऐतिहासिक संदर्भ देखें तो अपनी मातृभाषा के लिए प्राणों का उत्सर्ग कर देने की प्रेरक घटना समृति पटल पर उभरती है। वास्तव में मातृभाषा दिवस को बांग्लादेशी विद्यार्थियों की अपनी भाषा की रक्षा के लिए छठे दशक के मध्य में पाकिस्तानी सरकार के विरुद्ध हुए संघर्ष में विजय के उत्सव के रूप में देखा जाना चाहिए, जिन्होंने पाकिस्तान द्वारा 1948 में उर्दू को राष्ट्रभाषा बनाकर पूर्वी पाकिस्तान के बांग्लाभाषी आम जनता पर थोपने के कुत्सित बलात् प्रयास के विरुद्ध अपनी मातृभाषा बांग्ला के अस्तित्व की लड़ाई में उठ खड़े हुए आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। तत्कालीन पाकिस्तानी सरकार ने ढाका विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के इस भाषाई आंदोलन को बर्बरतापूर्वक कुचलने के लिए विद्यार्थियों के ऊपर पुलिस द्वारा गोली चलवाई थी, जिसमें कुछ विद्यार्थी मारे गए, सैकड़ों लापता हुए। अमानवीय काले इतिहास की वह तारीख 21 फरवरी थी। तो विद्याार्थियों के इस अतुल्य बलिदान की स्मृति में सम्पूर्ण बांग्ला देश (तब पूर्वी पाकिस्तान) में प्रतिवर्ष 21 फरवरी को अपनी मातृभाषा बांग्ला को राजकीय आधिकारिक दर्जा देने की मांग के साथ छोटे-बड़े हजारों कार्यक्रम आयोजित किये जाते रहे हैं। आखिरकार 29 फरवरी 1956 को पाकिस्तानी सरकार ने बांग्ला भाषा को दूसरी आधिकारिक राष्ट्रभाषा का दर्जा प्रदान कर दिया। तब से 21 फरवरी को प्रति वर्ष बांग्लादेशी मातृभाषा दिवस का आयोजन करते हुए संयुक्त राष्ट्रसंघ से मांग करते रहे हैं कि 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में मान्यता प्रदान की जाये। उनकी इस मांग के आधार मातृभाषा के संरक्षण एवं संवर्धन के महत्व को स्वीकारते हुए यूनेस्को ने 17 नवंबर 1999 को इसकी स्वीकृति देते हुए वर्ष 2000 से इस दिवस को सम्पूर्ण विश्व में मनाने की घोषणा की। और तब से आधिकारिक रूप से राष्ट्रसंघ से जुड़े सभी देशों में यह दिवस अपनी मातृभाषा-बोली को स्मरण करने, बचाये रखने एवं अगली पीढ़ी तक पहुंचाये जाने के महतवपूर्ण अवसर के रूप में मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि 21 फरवरी को बांग्लादेश में राष्ट्रीय अवकाश घोषित है।
पर वर्तमान समय मातृभाषा-बोलियों पर संकट का है। दैनंदिन जीवन में बढ़ते तकनीकी उपकरणों के व्यामोह, आर्थिक सुदृढता के लिए पलायन करने, मुट्ठी में सिमटती-समाती दुनिया के कारण दैनिक कार्य व्यवहार में मातृभाषा के प्रयोग के अवसर बहुत सीमित हुए है। एक शोध-सर्वेक्षण के अनुसार विश्व में बोले जाने वाली लगभग 6900 भाषा-बोलियों में से 3000 भाषाएं मरणासन्न हैं। लगभग प्रतिदिन एक बोली मरने को विवश है। विश्व की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाएं केवल 10 हैं जिनमें जापानी, रूसी, बांग्ला, पुर्तगाली, हिंदी, अरबी, पंजाबी, मंदारिन और स्पेनिश सम्मिलित है। विश्व की कुल आबादी का 60 प्रतिशत केवल 30 प्रमुख भाषा में अपना कार्य व्यवहार संपादित करता है। आने वाले तीन-चार दशकों में विश्व की 5000 से अधिक भाषाएं खत्म होने के कगार पर हैं। भारत का संदर्भ लें तो 1961 की जनगणना में भारत में 1652 भाषाएं थीं जो अब 1300 के करीब शेष बची हैं और आगामी जनगणना में यह आंकड़ा और नीचे जायेगा, ऐसा माना जा सकता है। भारत में 30 भाषाएं ऐसी हैं जिनके बोलने वालों की संख्या 10 लाख के आसपास ही है। 7 भाषाएं ऐसी कि जिनके जानकार एक लाख से ज्यादा नहीं है। 122 भाषाएं ऐसी हैं जिनके बोलने वालों की संख्या केवल दस हजार ही बची है। कुछ भाषा-बोली, विशेषरूप से जनजातीय समाज, के व्यवहार करने वाले तो केवल अंगुलियों में गिने जा सकते हैं। मातृभाषा रोजगारोन्मुख न होने के कारण गैरयूरोपीय देशों की बड़ी आबादी अंग्रेजी सीख रही है। जो रोजगार का द्वार तो खोल रही है पर अपनी जड़ों से काट रही है।

 महात्मा गांधी मातृभाषा की पैरवी करते हुए बच्चों या व्यक्तियों को अंग्रेजी सिखाने के प्रयासों को गुलाम मनोवृत्ति का पोषक मानते थे। बच्चों के सीखने में विदेशी भाषा का माध्यम उनमें अनावश्यक दबाव, रटने एवं नकल करने की प्रवृत्ति को बढ़ाता है। वह उसकी मौलिकता का हरण कर लेता है। यूरोप में हुए एक शोध से यह तथ्य सामने आया कि जो बच्चे स्कूलों में अंग्रेजी का प्रयोग करते हैं और घरों पर मातृभाषा का प्रयोग करते हैं वे दूसरे बच्चों की अपेक्षा कहीं अधिक बुद्धिमान और मेधावी होते हैं। भारत के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम ने कहा था कि मैं अच्छा वैज्ञानिक इसलिए बन सका क्योंकि गणित और विज्ञान की शिक्षा मातृभाषा में प्राप्त की थी।
तो संयुक्त राष्ट्रसंघ ने व्यक्ति के विकास में मात्भाषा की भूमिका स्वीकारते हुए 2008 को अंतरराष्ट्रीय भाषा वर्ष घोषित किया। गतवर्ष के आयोजन के थीम विषय ‘विकास, शांति और संधि में देशज भाषाओं की भूमिका’ से इस दिवस की गम्भीरता स्पष्ट है। विश्व के कई देशों ने स्मारक बनाकर मातृभाषा के महत्व को रेखांकित किया है। जिनमें सिडनी स्थित ‘अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस स्मारक’ एवं ढाका ‘शहीद स्मारक मीनार’ प्रेरक एवं उल्लेखनीय है। वास्तव में यह दिवस अपनी मातृभाषा और बोली के सहेजने-संवारने और दैनंदिन जीवन में अधिकाधिक व्यवहार करने के संकल्प का दिन है।

सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

नैनीताल मे बर्फबारी का आनन्द उठा रहे है पर्यटक , इस बार की बर्फबारी ने तोडा 25 साल का रिकार्ड

नैनीताल में हुआ भीषण हिमपात, पर्यटक हुए खुश

लखनऊ उत्तर प्रदेश 10 जनवरी 2020


 इस समय सर्दियों का मौसम चल रहा है और पहाड़ों में बर्फ गिरने का समय यही होता है । जब वातावरण का तापमान गिरने लगता है और शून्य डिग्री के करीब पहुंचता है तो जल की बूंदें बर्फ का रूप धारण कर गिरने लगती हैं। बीते कई दिनों से  पहाड़ों में तापमान बहुत नीचे बना हुआ है और मौसम  इसी संकेत के कारण मैदानी इलाकों से बहुत सारे पर्यटक बर्फबारी देखने के लिए नैनीताल पिथौरागढ़ की ओर चल पड़े हैं।

  जनपद बांदा से भी शिक्षक साहित्यकार प्रमोद दीक्षित और उनकी बेटी संस्कृति एक शैक्षिक यात्रा में इस समय उत्तराखंड प्रवास में हैं। उन्होंने बताया की 8 जनवरी को दिनभर बरसात हुई इस कारण  रात को पहाड़ों में भयंकर बर्फबारी हुई । 9 जनवरी की सुबह रामगढ़ जाते समय वे रास्ते में फंस गए । उनकी गाड़ी बर्फ में फिसल रही थी। सड़क पर ऊंची बर्फ  के कारण गाड़ियां रामगढ़ से 8 किलोमीटर पहले ही एक लंबी कतार में खड़ी थीं। स्थानीय निवासियों का कहना है की ऐसी बर्फ लगभग 25 सालों बाद गिरी है ।

 संस्कृति दीक्षित ने बताया कि   नैनीताल की झील का पानी पर हल्की बर्फ जम गई है । माल रोड, तल्लीताल मल्लीताल, जू सब जगह पर बर्फ की चादर बिछी हुई। प्रमोद दीक्षित कहते हैं कि 9 जनवरी को वह महादेवी वर्मा की सृजन स्थली रामगढ़ और मुक्तेश्वर धाम देखने के लिए निकले थे लेकिन भवाली से ही चारों तरफ बर्फ ही बर्फ दिखाई पड़ रही है। रास्ते में लगभग 1 फुट ऊंची बर्फ गिरी हुई है।  देवदार और चीड़ के पेड़ भी रास्ते में गिरे हुए हैं । बिजली के तार टूट गए हैं और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पिथौरागढ़ के शिक्षक साहित्यकार महेश चंद्र पुनेठा एक कविता के माध्यम से पहाड़ के दर्द को को उकेरते हुए कहते हैं कि धरती पर  बर्फ सेमल फूल की रुई सी फर फर  गिर रही है,  जैसे कविता कागज में चुपके चुपके उतर रही हो । कई दिन पहले से  होटलों में इंतजार कर रहे पर्यटक बर्फबारी देखने के लिए निकल पड़े हैं।

एक दूसरे के ऊपर बर्फ के गोले मारकर एवं बर्फ की मूर्ति बनाकर आनंदित हो रहे हैं लेकिन उस दूध वाले और रोजमर्रा के व्यवसाय करने वाले आमजन के दर्द को कोई नहीं देख पाता जिसे बर्फ गिरने के बंद होने का इंतजार है ताकि शाम को घर का चूल्हा चल सके । उसके आंखों में बर्फ गिरने की खुशी नहीं रोटियों की चिंता दिखाई पड़ती है।
वही अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के जिला समन्वयक रामनरेश गौतम कहते हैं


 कि हमारा ऑफिस भीमताल में है और यहां 26 साल बाद भीमताल में बर्फ गिरी है। कहानीकार दिनेश कर्नाटक कहते हैं कि जब नैनीताल और रामगढ़ के पहाड़ों की चोटियों पर बर्फ गिरती है तो बहुत सुंदर प्रतीत होती हैं जो सूरज की रोशनी में सोने सा चमकती हैं। यहां रानीबाग से स्थानीय किसानों का कहना है कि यह बर्फ कई दिन रहेगी और सेब आडू नाशपाती आलू आदि की खेती के लिए बाद में उपयोगी सिद्ध होगी।





सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

कानपुर में महिलाओं की संस्था द्वारा विकलांग बच्चों के साथ किस तरह मनाया गया बाल दिवस

सामाजिक संस्था के सदस्यों द्वारा दिव्यांग बच्चों के साथ मनाया गया बाल दिवस 





कानपुर नगर
All india women's conference (AIWC)

 विष्णुपुरी ब्रांच ने आज  दिनांक 18 Nov को बिठूर स्थित "ज्योति मूक बधिर विद्यालय" में विशेष सहायता प्राप्त बच्चो के साथ बाल दिवस मनाया।
Aiwc ने  विद्यालय के सभी 200 बच्चों कादोपहर के भोजन की व्यवस्था की।

साथ ही सभी मेंबर्स उनके विद्यालय में पिकनिक का मज़ा लिया।

सभी मेम्वेर्स एक साथ बस में अंताक्षरी खेलते हुए विद्यालय तक पहुँचे ।
इस कार्यक्रम में विद्यालय केविशेष सहायता प्राप्त  बच्चों ने मंत्रमुग्द करने वाले  प्रदर्शन दिये,  मेंबर्स के लिए अनेक खेलो जैसे होप्ला ,म्युजिकल कुर्सी  का आयोजन भी किया गया ।

अध्यक्ष अंजू गर्ग, सचिव सोनिया भाटिया कोषाध्यक्ष सविता श्रीवास्तव  के साथ ललिता, कविता, अमिता ,मीरा, रचना,पूजा,मीना,रेणु,अनुजा,रेखा आदि सदस्यों ने बच्चों के साथ समय व्यतीत किया और आगे भी विद्यालय को सहयोग देने का संकल्प लिया।

   संस्था की अध्यक्ष अंजू गर्ग ने कहा मेरी संस्था के सभी सदस्य समाज मे दुखी और जरूरत मंदो की सदा मदद करती रहेगी और संस्धा उनी सदैव सहायता करने मे तत्पर रहेगी।


सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

ललितपुर में एक अर्ध विक्षिप्त महिला ने निर्मम तरीके से कैसे हत्या कर दी अपने जेठ की - गिरफ्तार

जखौरा मे खेत की रखवाली कर रहे किसान की हत्या 


विक्षिप्त महिला ने कुल्हाडी व डंडे मारकर दिया घटना कों अंजाम 


एक ही परिवार से रखते है सरोकार आरोपी महिला का रिश्ते में था जेठ मृतक 


जखौरा (ललितपुर) - थाना जखौरा अंतर्गत ग्राम बरौदा स्वामी में सुबह तड़के हड़कम्प मच गया जब खेत पर सो रहे किसान केरन पुत्र लक्खू उम्र 47 वर्ष की लाश खून से लथपथ हालत में मिली । हत्या करने वाली महिला उसी परिवार की बताई गयी है । मानसिक रूप आए विक्षिप्त महिला द्वारा सुबह करीब 4 बजे इस घटना कों अंजाम दिया गया । 

विक्षिप्त महिला ने खुद ही इस घटना कों  अंजाम देने की बात सभी कों बताई । परिजनो द्वारा त्वरित सूचना थाना जखौरा कों दी । मृतक के पुत्र द्वारा घटना तहरीर मिलते ही मौके पर पहुँचे थानाध्यक्ष महेश कुमार 

ने शव कों कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेंज दिया एवं हत्यारोपी महिला द्रोबाई पत्नि शिंशपाल लोधी उम्र 40 वर्ष कों हिरासत में लेकर धारा 304 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है ।



सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

ललितपुर के मंडावरा मे दहेज हत्या के अन्तर्गत एक वर्षीय पुत्र के बाद मां की भी हुई मौत

आग से जली महिला का पुत्र के बाद उपचार के दौरान मौत

पिता ने लगाया ससुरालवालों पर हत्या का आरोप


ललितपुर ‌(उ०प्र० ) 13 नवम्बर 2019

जनपद के थाना मड़ावरा क्षेत्र के ग्राम साढुमल में विगत 10 नबम्वर को एक वर्ष पुत्र के साथ संदिग्ध अवस्था में जली महिला की उपचार के दौरान ग्वालियर मौत हो गई। मृतका के पिता ने थाना मड़ावरा पुलिस को शिकायती पत्र देकर पुत्री को अतिरिक्त दहेज के लिये ससुरालवालों द्वारा मिट्टी का तेल डालकर आग लगा कर मार डालने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

भदौरा निवासी सूका कुशवाहा पुत्र अजुद्दी ने एक शिकायती पत्र पुलिस को दिया है जिसमें कहा है कि उसने अपनी पुत्री गनेशी बाई का विवाह 4 वर्ष पूर्व हिन्दू रीति रिवाज के साथ रामानन्द पुत्र  निवासी साढुमल के साथ किया था। विवाह के कुछ महीने सब कुछ ठीकठाक रहा । किन्तु 2 वर्ष से ससुराली अतिरिक्त दहेज के रूप में 1 लाख रूपये मांग करने लगे। मांग पूरी न होने पर कुछ दिन पूर्व मायके छोड़ आये थे।
 दीवाली की भाईदूज के बाद जेठ कमलेश अपने साथ यह कह लिवा लाये थे की अब आपकी बेटी को कोई परेशान नही करेगा।

और वह विदा कराकर साथ ले आया था। इसके 10 नवम्बर को सुबह की उनकी पुत्री और 1 वर्ष के नाती दुष्यंत को ससुरालवालों ने मिट्टी का तेल छिड़कर आग लगा दी जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गयी। जिसका उपचार के लिए ग्वालियर लेकर गये जहां पर उपचार के दौरान दुष्यंत की उसी दिन मौत हो गई।
जबकि गणेशी बाई कल दिनांक 12 नवम्बर को इलाज के दौरान मौत हो गई है।

 मृतका के पिता ने पति रामानन्द, जेठ कमलेश, जेठानी रतिबाई, ससुर हरदास एवं सास सग्गो पर अतिरिक्त दहेत के लिए पुत्री को मार डालने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 498अ 304ब एवम् दहेज प्रथा अधिनियम 3/4 में पंजीकृत कर मामले की जाँच में जुटगई।

सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से पत्रकार इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

ललितपुर ( उत्तर प्रदेश ) झांसी के एक कॉलेज में हुआ क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन

खेल से शारीरिक/मानसिक शक्ति का विकास होता है - सविता पुरस्वानी




झांसी (उ०प्र०) 10 नवम्बर  2019

        जिला क्रिकेट संघ के तत्वाधान में नवी स्वर्गीय मोहित वर्मा समिति अंतर स्कूल क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन पंडित विश्वनाथ शर्मा स्पोर्ट्स कंपलेक्स मैदान पर किया गया उद्घाटन मुकाबला एम एल एम कॉलेज और सेंट मार्क्स कॉलेज के मध्य खेला गया। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि सरिता पुरस्वानी और दीपक पुरस्वानी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया ।इससे पूर्व अतिथियों ने  स्वर्गीय मोहित वर्मा के चित्र पर पुष्प अर्पण कर खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया ।इस अवसर पर संघ के संरक्षक लक्ष्मीकांत वर्मा, प्रशांत सिंह, रमाकांत वर्मा, अरविंद तिवारी, मनमोहन मनु ,परवेज खान ,संजय कुशवाहा, सुदर्शन शिवहरे, विक्रम सिंह ,संजय लॉगसन आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आशुतोष शर्मा एवं आभार सचिव बृजेंद्र यादव ने व्यक्त किया।

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एम एल एम कॉलेज की टीम मात्र 110 रनों पर ऑल आउट हो गई जिसमें सात्विक तिवारी ने सर्वाधिक 37 रन, प्रियंक पुरोहित ने 20 रन और प्रथम सिंह ने 13 रनों का योगदान दिया ।सेंट मार्क्स कॉलेज की ओर से गेंदबाजी करते हुए अक्षय यादव और राज भार्गव ने क्रमशः चार चार विकेट लिए और हर्ष वर्मा ने एक विकेट प्राप्त किया।

जवाब में विदाई लक्ष्य का पीछा करने उतरी सेंट मार्क्स कॉलेज की टीम ने 7 विकेट खोकर लक्ष्य प्राप्त कर लिया। जिसमें हर्ष वर्मा ने सर्वाधिक 41 रन और अर्श अली ने 10 रनों का योगदान दिया ।एमएल एम कॉलेज की ओर से गेंदबाजी करते हुए सात्विक तिवारी ने 3 विकेट और प्रियंक पुरोहित व आयुष ने दो-दो विकेट लिए।
दिनांक 12 नवंबर को प्रातः 9:00 बजे महारानी लक्ष्मी बाई इंटर कॉलेज और आर्मी पब्लिक स्कूल के मध्य प्रतियोगिता का अगला मैच खेला जाएगा।




सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

ललितपुर सौंरई मे आगामी जनवरी में होने वाले पंचकल्याणक महोत्सव के महा पात्रों का चयन और वैदिका शिलान्यास का आज कैसे हुआ कार्यक्रम

चौरासी लाख योनियों में मनुष्य योनि सर्व श्रेष्ठ - मुनि श्री

   






ललितपुर ( उ०प्र० ) 7 नवम्बर 2019

          सौंरई में आगामी 15 जनवरी से होने जा रहे मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के महापात्रों का चयन व वेदिका शिलान्यास कार्यक्रम का गुरुवार को आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी के मंगल आशीर्वाद व मुनि सुप्रभ सागर, मुनि प्रणत सागर जी के पावन सानिध्य में आयोजित किया गया ।
           वेदी शिलान्यास व् पात्र चयन कार्यक्रम का संचालन कर रहे पंडित देवेंद्र शास्त्री व ललितपुर से आये पंडित प्रदीप शास्त्री के दिशानिर्देशन में पात्र चयन किया गया । इस दौरान समाज जनों में महोत्सव में पात्र बनने हेतु भारी उत्साह देखने को मिला , सभी ने बढ़चढ़कर बोलियाँ लगाकर मनचाहा पात्र पद प्राप्त किया ।

      अनावरण करने का सौभाग्य मदनलाल काका बस सर्विस, पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य राजकुमार चन्द्रपुरा , कपूरचंद गौना , शिखरचंद आज़ाद , वहीं शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य अजित कुमार स्टील , आशीष चौधरी परिवार को तत्पश्चात आचार्य श्री की भक्ति भाव पूर्वक संगीतमयी धुनों के साथ अष्टद्रव्य अर्पित कर पूजन की गयी , जिसमें सौरी , मड़ावरा , ललितपुर आदि जगहों की जैन समाज के साथ ही युवा , बुजुर्ग , बच्चे एवं पत्रकार शामिल रहे । ततपश्चात पंचकल्याणक आयोजक समिति द्वारा मुनि संघ के चरणों में श्री फल अर्पित कर आयोजन में सानिध्य प्रदान करने हेतु विनय की गयी ।

 धर्मसभा को संबोधित करते हुए श्रमण रत्न सुप्रभसागर जी द्वारा मंगलप्रवचन सभी को अपना आशीष प्रदान करते हुये कहा कि हमें सच्चे और समाजसेवा के प्रत्येक कार्य में कुछ न कुछ सहयोग अवश्य करना चाहिये क्योंकि 84 हजार योनियों में मनुष्य को ही श्रेष्ठ बनाया गया है सौ वर्ष पूर्व सौरई में पंचकल्याणक हुआ था । जिसमें पाषाण से परमात्मा बनने का कार्य हुआ था ‌। आज तक हमने समय के मूल्य को नहीं समझा शुभ अवसरों पर दिया गया दान ही मूल्यवान होता है कितनी दुर्लभता से हमने यह मानव जीवन प्राप्त किया और किये गए पुण्यकर्मों से ही धन की प्राप्ति होती है तो इसका सदुपयोग करना हमारा कर्तव्य होना चाहिए शुभ अवसर बार बार नहीं आया करते ।

      महोत्सव के प्रथम पात्र सौधर्म इंद्र बनने का सौभाग्य विकास कुमार , राजीव कुमार जी हाल निवासी बाहुबली कालोनी ललितपुर को प्राप्त हुआ , धनपति कुबेर बनने का सौभाग्य खुशालचन्द्र , शीलचंद्र जैन परिवार को, महायज्ञनायक बनने का सौभाग्य अजय कुमार, अनिल कुमार, राजीव रजौला परिवार, युवराज मल्लिकुमार पात्र बनने का सौभाग्य विनोद कुमार अरविन्द, ऋषभ, प्रकाश कुमार कोठिया परिवार को ईशान इंद्र बनने का सौभाग्य महेशचंद्र दाऊ परिवार को, सनत कुमार इंद्र हजारीलाल रत्तन जैन सौंरई परिवार, राजा नंदिसेन बनने का सौभाग्य डॉ. अशोक कुमार, अभिनंदन कुमार संजय जैन सौंरया परिवार को, चक्रवर्ती बनने का सौभाग्य रोहित कुमार जैन इंदौर, नारायण बनने का सौभाग्य रूपचन्द्र, श्रीप्रकाश दीपक जैन भोजनालय परिवार को प्राप्त हुआ ।



   सकल दिगम्बर जैन समाज मड़ावरा के मीडिया प्रभारी प्रियंक सर्राफ ने जानकारी देते हुए बताया कि आज शुक्रवार को सौंरई से मुनि संघ के विहार उपरांत वर्णी नगर मड़ावरा में भव्य आगवानी के साथ ही मड़ावरा पंचकल्याणhक महोत्सव में पाषाण से भगवान बनने जा रही प्रतिमाओं की भी आगवानी बड़े ही भव्य रूप से की जायेगी।



सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

ललितपुर : बारिश की अधिकता के कारण नष्ट हुई उड़द और मूंग की फसलों का मुआवजा लेने को किसानों ने , डीएम ललितपुर को सौंपा ज्ञापन

किसान नेताओ ने उपजिलाधिकारी को सौपा ज्ञापन‌ , अतिवृष्टी से नष्ट हुई फसल के मुआवजे की मांग 





ललितपुर ( उ०प्र० ) 4 नवम्बर 2019
     
            भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह यादव के नेतृत्व में किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने उपजिलाधिकारी ललितपुर को एक ज्ञापन सौपा। जिसमें 2019 में लगातार बारिश के कारण किसानों की फसलें उर्द ,मूंग आदि की फसलें पूर्णतः नष्ट हो गयी । उक्त के संबंध में जिला प्रसाशन ने कॉप कटिंग के आधार पर प्राप्त रिपोर्ट उपरांत बीमा क्लेम एवं राहत राशि शासन द्वारा दिलाये जाने की बात कही थी।

किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह यादव ने बताया कि कॉप कटिंग जिले में हो चुकी है , लेकिन अभी तक जिले के किसानों को क्षतिपूर्ण का लाभ नहीं मिला है , माह अक्टूबर का महीना भी निकल चुका है।रवि फसल की बुआई का समय चल रहा है । किसानों के पास बुआई के लिऐ डीजल , खाद , बीज , दवा आदि लेने के लिये आर्थिक संकट है ।


 किसानों ने उपजिलाधिकारी ललितपुर से यथाशीघ्र बीमा क्लेम एवं राहत राशि दिलाये जाने का आदेश करने की बात कही , ताकि किसान अपनी रवि की बुआई कर सके , अन्यथा की स्थिति में आर्थिक संकट के कारण बुआई नहीं कर पाएंगे । ज्ञापन पर जिला प्रवक्ता निसार खान , जिला सचिव मर्दन सिंह यादव , राजपाल सिंह यादव , मानसिंह यादव , लाखन सिंह पटेल आदि मौजूद रहे ।




सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

ललितपुर के मंडावरा क्षेत्र मे देखिये किस तरह सजी जुएं की दुकानें , पुलिस देखती रही

पुलिस से बेख़ौफ़ जुआरी ने लाखो के लगाये दांव


 दीपावली पर रात भर किस्मत की भी जोर आजमाइश हुई 




ललितपुर (उ०प्र०) 29 अक्टूबर 2019

         दीपावली की रात थाना मड़ावरा के ग्राम सौंरई सहित थाना क्षेत्र में देर रात तक जुआ होता रहा।
लाखो का वारा-न्यारा हो गया।कही मोमबत्ती तो किसी जगह बिजली की रोशनी में जुए की फड़ सजी रही। जुआरी बेख़ौफ़ हार-जीत की बाजी लगाते रहे,जिनको रोकने मड़ावरा पुलिस पूरी तरह नाकाम रही।
धनतेरस से ही जुए के फड़ लगने शुरू शुरू हो गए थे। आज रात भी मड़ावरा थाना क्षेत्र में खूब जुआ खेला गया। मड़ावरा क्षेत्र में जुआरियो के पैसे हार-जीत की खबरे आती रही। लेकिन पुलिस इससे पूरी तरह बेखबर रही। तामम लोग खेत की मेड पर मोमबत्ती के उजाले में जुआ खेलते नजर आये। फड़ पर जुआरी सारी रात ताश के पत्तो पर पैसो की वर्षा करते रहे।
हारने बालो को तत्काल कर्ज पर पैसा देने बाले भी मौजूद रहे।

हारे हुए जुआरी के मुँह खोलते हु वो लोग तुरन्त पैसा मुहैया कराते रहे। जैसे ही उधार देने बाला  जीता तो अपने अपने पैसे वापिस लेने का क्रम जारी रहा।

वही अगर इस गौर की जाए तो इसी पता चल सकता की मड़ावरा पुलिस को जुआ की पूरी जानकारी होंने के बावजूद भी अंकुश लगाने में नाकाम रही




सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

ललितपुर : पति की प्रताडना के चलते ही 4 बच्चों के साथ बेटी ने कुंए मे कूद कर आत्महत्या की थी , पांचों का हत्यारा दामाद है - ससुर

तीन बेटियां , एक बेटा समेत मां का शव बरामद किये पुलिस ने 

                     

पुलिस मान रही है आत्महत्या 



ललितपुर  22 अक्टूबर 2019 


जनपद के थाना मदनपुर के गांव उल्दनाखुर्द में अपनी चार संतानों समेत महिला द्वारा कुंए में कूदकर जान देने की ह्रदयविदारक घटना में जहां मृतका के पिता द्वारा दामाद पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है तो वहीं जनपद के पुलिस कप्तान द्वारा प्राथमिक जाँच के आधार पर इस प्रकरण को आत्महत्या का बताया गया है।

 गौरतलब है कि सोमवार को मदनपुर थाना अंतर्गत ग्राम उल्दनाखुर्द में एक कुंए  में एक अज्ञात महिला समेत तीन बच्चों के शव पड़े होने की खबर से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया था। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा ग्रामीणों की मदद से शवों को पढुआ हार में स्थित कुंए से बाहर निकालकर शिनाख्त करायी गयी। शवों में मृतक महिला की शिनाख्त उल्दनाखुर्द निवासी राजेश पुत्र करन कुशवाहा की पत्नी विमला देवी के रूप में की गई , वहीं बच्चों की पहचान चार वर्षीय पुत्र नैंस एवं दो वर्षीय जुड़वां पुत्र-पुत्री रोशन और भूरी के रुप में की गई। वहीं काफी देर तक राजेश की सात वर्षीय बड़ी बेटी आरुषि की कहीं कोई खबर नहीं मिली जिसकी तलाश में जब कुंए  में काँटा डाला गया तो उसका शव भी कुंए से बरामद हो गया। बताया गया है कि मृतका का विवाह आठ वर्ष पहले राजेश के साथ हुआ थे जिससे उसके चार बच्चे थे। चार संतानों समेत महिला द्वारा की गई खुदकुशी से पूरे गांव में शोक का माहौल व्याप्त है।

 बता दें कि मृतका विमला का मायका मुडिय़ा सैदपुर गांव में था ।  उसके पिता ने बताया कि दो दिन पहले उसके बेटी-दामाद मुडिय़ा आये थे जहां राजेश ने खेती के लिये दस हजार रुपयों की मांग की थी । लेकिन पिता ने पुत्री विमला के हवाले से बताया कि राजेश को पूरा पैसा मत देना वरना वह शराब में उड़ा देगा। जिसपर उसने राजेश को दस की जगह पांच हजार रुपये ही दिये। आरोप है कि इसी बात को लेकर राजेश ने अपने घर जाकर विमला के साथ मारपीट की और उसकी बच्चों समेत हत्या कर दी।



सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट 

ललितपुर : ललितपुर मे कौन बना भारतीय किसान यूनियन का जिला मीडिया प्रभारी


मौहम्मद जाकिर मंसूरी बने भाकियू (अराजनैतिक) के जिला मीडिया प्रभारी ललितपुर



ललितपुर (उ०प्र०) 21 अक्टूबर 2019

            संगठन का विस्तार करते हुये भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह यादव ने मौहम्मद जाकिर मंसूरी निवासी तहसील मडावरा जिला ललितपुर को भारतीय किसान यूनियन का जिला मीडिया प्रभारी बनाया गया है ।


 साथ ही मडावरा तहसील अध्यक्ष धनसिंह कुशवाहा ने जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह यादव की संतुति पर तहसील मड़ावरा से रिजवान खान‌ (सनी) को तहसील मीडिया प्रभारी,हरदेव सिंह और रवि जैन को तहसील उपाध्यक्ष एबं पवन यादव और कल्यान सिंह लोधी को ब्लॉक उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।


सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट 

ललितपुर की खबर का असर - मंडावरा में कच्ची शराब विक्रेताओं के यहा पुलिस के छापे

( खबर का असर )

मड़ावरा पुलिस ने कबूतरा डेरा पर मारा छापा








ललितपुर: जनपद ललितपुर के थाना मड़ावरा पुलिस ने रविवार शाम को ग्राम रनगॉव तिसगना मंडी के कबूतरा डेरा पर छापा मारा। छापे की भनक लगते ही डेरे में भगदड़ मच गई। कच्ची शराब के धंधे में लिप्त तमाम लोग मौके से भागने में कामयाब हो गए। पुलिस ने मौके पर मिली महिला महिलाओ को कड़ी हिदायत दी। साथ कबूतरो डेरा को ध्वस्त कर दिया।

सलाम खाकी ने कच्ची शराब बिक्री की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।



         खबर प्रकाशित होते ही मड़ावरा पुलिस प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र कुमार सिंह कस्बा इंचार्ज रामकरन सिंह मय पुलिस फ़ोर्स ने आज शाम डेरा पर छापा मारा पुलिस को शराब बरामद तो नही हुई पर डेरा में मौजूद महिलाओ को कड़ी हियायत दी की ,

 अगर थाना क्षेत्र में  कच्ची शराब की बिक्री हुई तो खेर नही।
कबूतरा डेरा स्थापित कर बड़े स्तर पर कच्ची शराब लाकर बेचने का काम कर रहे हैं। क्षेत्र के कई गांवों में यहीं से कच्ची शराब की आपूर्ति होती है।

                                 

थाना क्षेत्र में कच्ची शराब की बिक्री नही होने दी जायेगी । अगर क्षेत्र में बिक्री होगी तो बिक्री में सम्मलित लोगो पर वैधानिक क़ानूनी कार्यवाही की जायेगी।

                       देवेन्द्र कुमार सिंह                            प्रभारी निरीक्षक





सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट

ललितपुर : मुठभेड नही हत्या है सम्बन्धित एक ज्ञापन यादव युवजन महासभा ने राष्ट्रपति के नाम एसडीम को सौंपा

यादव युवा महासभा ने राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौपा






ललितपुर ( उ०प्र०) 14 अक्टूबर 2019

               ललितपुर के तहसील मडावरा में अखिल भारतवर्षीय युवा यादव महासभा द्वारा माननीय राष्ट्रपति महोदय भारत सरकार नई दिल्ली को संबोधित उपजिलाधिकारी महोदय मड़ावरा को जनपद झाँसी के मोठ में श्री पुष्पेंद्र यादव की हत्या के सम्बंध में एक ज्ञापन सौंपा।
जिसमें अखिल भारतवर्षीय युवा यादव महासभा द्वारा बताया गया कि मौठ में पुलिस द्वारा निर्दोष श्री पुष्पेंद्र यादव की फर्जी एनकाउंटर दिखाकर जगन हत्या कर दी गई है।
वैसे पूरे उत्तर प्रदेश में यादवों की हत्याओं का रिकॉर्ड बन गया है

 किंतु जिला यादव महासभा निर्दोष व्यक्ति की हत्या का विरोध करती है, एवं पुलिस एनकाउंटर कर्ता पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 302 की एफoआईoआरo दर्ज कराए जाने व पीड़ित परिवार को कम से कम ₹5000000(50 लाख) की आर्थिक सहायता प्रदान की जाने व पूरे कैस की सीoबीoआईo जांच कराए जाने और दोषियों को कड़ा दंड दिए जाने की बात रखी।

 राजेंद्र यादव द्वारा बताया गया कि निर्दोष पुष्पेंद्र यादव की जो पुलिस एनकाउंटर में हत्या हुई है जिसके सदमे से उनकी दादी का भी देहांत हो गया है

और पूरा परिवार बिखर चुका है

और एक भाई जो कि फौज में हैं और देश की सुरक्षा में दिन ना रात तैनात है
उस पर भी मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है।
इसी प्रकार इन सभी परिवार के सदस्यों पर जो फर्जी मुकदमा लगाए गए हैं
उनको हटाकर पुलिस एनकाउंटर कर्ता पर सीoबीoआईo जांच कराकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग रखी है





सलाम खाकी न्यूज ललितपुर से इन्द्रपाल सिंह की रिपोर्ट