झिंझाना उर्स के मेले में "मुकाबला कव्वाली" में समा बांध गए कव्वाल
पूरी रात चले कव्वालों के संगीतमय कव्वाली बद्ध सवाल - जवाब
मुख्य कव्वाल नौशाद साबरी - सीमा वारसी के बीच रही कव्वाली जंग
मुकाबले मे जीते नौशाद साबरी
झिंझाना : हजरत सैयद इमाम महमूद नसरुद्दीन सब्जवारी का शहीद रहमतुल्लाह आले 853 वा उर्स का मेला चल रहा है । जहां पूरी रात बाहर से आये कव्वालों ने कव्वाली के रूप सवाल - जवाब देकर दर्शकों को रातभर जमाये रखा । बाद मे नौशाद साबरी के जीतने की घोषणा की गयी । इस मौके पर विजेता होमे के नाते साबरी को मेला कमैटी की ओर से नगद ईनाम देकर सम्मानित किया गया ।
मिली जानकारी के अनुसार यहा कस्बे मे महमूद हसन नसरूदीन सब्जवारी की मजार पर 853 वें उर्स का मेला चल रहा है । जहाँ मेले मे बीती रात मुकाबला कव्वाली का आयोजन हुआ । कार्यक्रम का आगाज़ खुर्शीद आलम मीडिया को - ओर्डिनेटर हज कमैटी हरियाणा , आशिष मित्तल नगर अध्यक्ष व्यापार मंडल , आसिफ पीरजी व मेला कमैटी व दरगाह के सज्जादे नशी अमजद हुसैन , सचिव बाबर हुसैन कुद्दूसी आदि ने फीता काटकर किया ।
मुकाबला कव्वाली में देवबन्द से आये मशहूर कव्वाल नौशाद साबरी व महिला कव्वाल सीमा वारसी के बीच रौचक मुकाबला हुआ । नौशाद साबरी ने तिरंगे को अपना सर्वस्व मानते हुए कव्वालियां सुनाई तो मोहतरमा सीमा वारसी मे भी सटीक जवाब मे कव्वालिया पेश की ।
जिसे दर्शकों ने दिल से सराहते हुए तालिया बजाकर उनका स्वागत किया । मेला ठेकेदार हाजी रईस ने साथियों के साथ मिलकर सुन्दर व्यवस्था की। इस मौके पर पुलिस व्यवस्था भी अच्छी रही । दर्शकों ने पूरी कव्वालियों का लुफ्त उठाया । आगामी 26 सितम्बर को कव्वाली व 28 सितम्बर मे रात को आल इंडिया मुशायरे का कार्यक्रम होना है ।
( कव्वाल साथियों के साथ मोहतरमा कव्वाल सीमा वारसी )
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