Advertisement

कठिन परिस्थितियों को अवसर के रूप में लेकर सफलता हासिल करें विद्यार्थी : डीसी




कठिन परिस्थितियों को अवसर के रूप में लेकर सफलता हासिल करें विद्यार्थी : डीसी
-जिला प्रशासन ने 10वीं व 12वीं परीक्षा के टॉप मैधावी विद्यार्थियों के लिए किया सम्मान समारोह आयोजित
फतेहाबाद, 23 जुलाई।
बच्चे देश के भावी कर्णधार है और राष्ट्र के निर्माता हैं, इसलिए बच्चों को बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध करवाने के साथ-साथ उन्हें अच्छे संस्कार भी उपलब्ध करवाना अध्यापकों के साथ अभिभावकों की भी नैतिक जिम्मेवारी बनती है। बच्चों को अच्छा खानपान, खेल कूद, अनुशासन तथा संस्कार व शिक्षा के साथ दिक्षा देना भी हम सबका कर्तव्य बनता है।




यह बात उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने वीरवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं में मैरिट में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में अध्यापकों, अभिभावकों तथा ग्राम पंचायतों से कही। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा घोषित किए गए मार्च 2020 की 10वीं व 12वीं के परीक्षा परिणाम के परीक्षार्थियों को सम्मानित करने के लिए विशेष रूप से जिला प्रशासन द्वारा सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम में नगराधीश अनुभव मेहता, जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग, जिला मौलिक शिक्षा 




अधिकारी देवेंद्र कुंडू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने जिला में दसवीं व बाहरवीं की परीक्षाओं के परिणाम में राज्य स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 2100 रुपये तथा जिला स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 1100 रुपये की राशि व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने जिला के तामसपुरा, ढाणी ढाका/ढाणी ईश्र, भूथन कला ग्राम पंचायतों के सहयोग से गांव के सभी बच्चों को सरकारी स्कूल में दाखिल करवाने पर स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया और ग्राम पंचायतों द्वारा उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्यों के लिए बधाई दी।



 उपायुक्त ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि कठिन परिस्थितियों से घबराना नहीं है बल्कि चुनौतियों को अवसर के रूप में लेकर सफलता हासिल करनी है। उपायुक्त ने विद्यार्थियों से उनके भविष्य को लेकर सवाल जवाब भी किए। उन्होंने आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस, डॉक्टर, इंजीनियर सहित अन्य बनने के बारे में उनका मार्गदर्शन किया। उपायुक्त ने विद्यार्थियों से कहा कि वे जीवन में अपने नैतिक मूल्यों को भी न भूलें और अनुशासन के साथ जीवन की हर 




मुसीबत का डटकर मुकाबला करते हुए सफलता हासिल करें। उपायुक्त ने अभिभावकों से भी अपील करते हुए कहा कि वे बच्चों पर शिक्षा के प्रति किसी प्रकार का कोई दबाव न बनाएं। बल्कि विद्यार्थी जिस भी क्षेत्र में जाना चाहता है, उसका उस क्षेत्र में प्रोत्साहित करते हुए अच्छी शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करें।
उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों तथा अध्यापकों से परिचय प्राप्त किया और बधाई देते हुए कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित की गई 10वीं व 12वीं की परीक्षा में जिला के विद्यार्थियों ने अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। उन्होंने विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों से कहा कि वे उच्च स्तरीय गुणवत्तापूर्वक शिक्षा के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि राज्य के औसत स्तर से जिला का 




परिणाम सराहनीय रहा है। फतेहाबाद जिला ने राज्य भर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। इसके लिए विद्यार्थी, उनके अभिभावक और शिक्षा विभाग बधाई के पात्र है। उपायुक्त ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे शत प्रतिशत परिणाम की ओर आगे बढ़े। इसके लिए वे बच्चों में विषयानुसार ज्ञान उपलब्ध करवाए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग को बधाई दी और कहा कि शिक्षा विभाग ने इस बार जितोड़ मेहनत करवाकर बच्चों के परिणाम में सुधार करवाया है।
उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपना व देश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा विकास की धुरी है। समाज और देश के विकास में शिक्षा का बड़ा योगदान है। बच्चे अपने लक्ष्य को निर्धारित कर आगे बढ़े और सफलता प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि शिक्षित, अनुशासन तथा चरित्रवान व्यक्ति समाज व राष्ट्र के नव निर्माण में अह्म भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि अनुशासन में रहकर समाज व देशहित के लिए कार्य करें। जीवन में निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करें और सच्ची नियत, कड़ी मेहनत व अच्छी नीति से कार्य करने से हर व्यक्ति का भविष्य उज्जवल होता है और उसकी अपने आप में समाज में एक अलग पहचान होती है।



उन्होंने अध्यापकों व अभिभावकों से यह भी कहा कि बच्चों में छुपी प्रतिभा को जागृत करें। उन्होंने कहा कि प्रकृति हमेशा संतुलन बनाकर रखती है और हम प्रेरणा देती है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में संतुलन बनाकर रखना चाहिए। लडक़ा, लडक़ी में कोई मतभेद न करें। बेटा व बेटी एक समान है। उन्होंने कहा कि गुरू का दर्जा भगवान से भी बढक़र है। माता, पिता बच्चों को जन्म देते है व पालन पोषण करते है जबकि अध्यापक उन्हें सही दिशा व दशा प्रदान करते हुए उनका भविष्य उज्जवल बनाता है। जीवन जीने की कला सिखाता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी सभ्य नागरिक व समाज का अभिन्न अंग बनें। मानवता की भलाई के कार्य करें। मानव की सेवा से बढक़र कोई अन्य कार्य नही है। कार्य कोई भी छोटा या बड़ा नही होता। अच्छे कार्य करने में संकोच न करें। समाज व देश के प्रति अपने दायित्व को निभाते हुए स्वच्छ व स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करने में अह्म भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि आज प्रतिस्पर्धा एवं आईटी का युग है इसलिए सच्ची लग्न व कड़ी मेहनत से कार्य करते हुए आगे बढ़े।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग, डीईईओ देवेंद्र कुंडू, बीईओ सुरेश शर्मा, एईओ अनूप सिंह, डीएमएस रमेश कुमार सहित अन्य अधिकारियों, बच्चों के अभिभावकों, अध्यापकों तथा उपस्थित ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने उपायुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़, नगराधीश अनुभव मेहता सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जिला में ऐसा विशेष सम्मान समारोह प्रथम बार आयोजित किया गया है, जिससे बच्चों का आत्मविश्वास व मनोबल बढ़ेगा जो उन्हें उनकी मंजिल पहुंचाने का काम करेगा। प्रशासन ने बेहतरीन प्लेटफार्म व स्वच्छ वातावरण देकर कृतार्थ किया है। निश्चित रूप से यह सम्मान समारोह जिला के लिए प्रेरणाा का स्त्रोत होगा और आगामी 2021 की आयोजित परीक्षाओं में बच्चों का और भी बेहतरीन परिणाम प्रदेशवासियों को देखने को मिलेगा।


सलाम खाकी न्यूज से 
ब्युरो चीफ़ 
उजागर सिंह की रिपोर्ट 

No comments:

Post a Comment