अपराधियों को सजा दिलाने में सहायक है डीएनए विश्लेषण : डॉ राजीव कवात्रा
हरियाणा पुलिस अकादमी में अनुसंधान विश्लेषण और अनुसंधान में कमियां’ विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
सलाम खाकी न्यूज़
28 अप्रैल, 2022, मधुबन : हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन में ‘अनुसंधान विश्लेषण और अनुसंधान में कमियां’ विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज आरंभ हुआ। अकादमी के हर्षवर्धन सभागार में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अभियोजन विभाग से 4 लोक अभियोजक तथा हरियाणा पुलिस से 6 पुलिस उप-अधीक्षक व 45 अराजपत्रित अधिकारी भाग ले रहे हैं। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक डॉ सीएस राव के मार्गदर्शन किया जा रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के आरंभिक सत्र में न्यायवैद्यक विज्ञान प्रयोगशाला, मधुबन के अतिरिक्त निदेशक डॉ राजीव कवात्रा ने प्रतिभागियों को डीएनए के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एफएसएल में डीएनए का विश्लेषण किया जाता है। डीएनए विश्लेषण से अपराधी को खोजने औरअदालत में सजा कराने में मदद मिलती है।
आपराधिक मामलों के अनुसंधान में सहायता के साथ-साथ डीएनए विश्लेषण का उपयोग पितृत्व विवाद को सुलझाने, आपदा में मरे लोगों के शवों को पहचानने, अज्ञात शवों की पहचान करने में भी किया जाता है। कार्यक्रम के आगामी सत्रो में न्यायवैद्यक विज्ञान प्रयोगशाला, मधुबन के उप-निदेशक डॉ सतपाल कौशिक तथा कुरुक्षेत्र के जिला न्यायवादी कार्यालय से जिला उप-न्यायवादी चन्द्रमोहन ने प्रतिभागियों को अनुसंधान के दौरान रह जाने वाली कमियों की पहचान करने और उन्हें पूरा करने के बारे में जानकारी दी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के निदेशक एवं अकादमी के जिला उप-न्यायवादी प्रदीप कुमार ने अतिथि वक्ताओं का स्वागत किया। इस अवसर पर अकादमी की जिला उप-न्यायवादी अनीता रानी भी उपस्थित रही।
सलाम खाकी न्यूज़ फतेहाबाद से
ब्यूरो चीफ़
उजागर सिंह की रिपोर्ट
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