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साइबर क्राइम की रोकथाम और बाल संरक्षण विषय पर अध्यापकों के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन

-पुलिस व बाल संरक्षण इकाई द्वारा किया गया राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुलां में कार्यक्रम,


सलाम खाकी न्यूज़ 

फतेहाबाद/कुलां, 15 अक्टूबर। राष्ट्रीय साइबर सिक्योरिटी जागरूकता माह के तहत पुलिस विभाग व जिला बाल संरक्षण इकाई के सहयोग से शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, कुलां में साइबर क्राइम की रोकथाम और बाल संरक्षण विषय पर अध्यापकों के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।



 शिविर में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे नायब तहसीलदार रमेश कुमार ने अध्यापकों को जागरूक करते हुए कहा कि साइबर क्राइम आज सबसे खतरनाक चीज है और मोबाइल इसमें सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में अध्यापक को नोडल अधिकारी की भूमिका निभाते हुए सभी बच्चों, ग्रामीणों को साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए जागरूक करना होगा। उन्होंने अध्यापकों से भी आह्वान किया कि वे स्वयं साइबर क्राइम के प्रति जागरूक रहें व किसी तरह की गलती ना करें।




जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुरजीत बाजिया ने कहा कि आज कुलां में तीन खंड रतिया, जाखल व टोहाना के अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। साइबर क्राइम की बढ़ती हुई बुराइयों को बचाने के लिए जागरूकता ही एक सहारा है। इसमें सभी अध्यापकों ने बढ़ चढक़र भाग लिया व अपना दायित्व निभाने के प्रति उत्सुक नजर आए। उन्होंने कहा कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखें व मोबाइल का सही प्रयोग करना सिखाए। समय-समय पर बच्चों से बातचीत करते रहें व बच्चों को आने वाली हर समस्याओं से अवगत करवाएं। इसके लिए आप बच्चों के प्रति फ्रेंडली व्यवहार रखें। इसके अलावा पोक्सो एक्ट व जेजे एक्ट के बारे में टीचरों को विस्तार से बताया कि वह बच्चों की हर बात को सुनें और उनका समाधान जरूर करें।



कार्यक्रम के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी रघुवीर नैन ने कहा कि अध्यापक हमेशा जागरूकता के लिए तत्पर हैं व बच्चों की समस्याएं व साइबर क्राइम के प्रति हमेशा जागरूक करेंगे। अध्यापक आने वाली हर समस्याओं के लिए जिस स्तर पर बात करनी होगी करेंगे और हमेशा की तरह अपना योगदान देते रहेंगे। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी जाखल सुरेश कुमार ने कहा कि अध्यापक वर्ग की भागीदारी हमेशा समाज में बुराइयों को खत्म करने में आगे रही है। सभी अध्यापक इन चीजों के प्रति जागरूक है।




 आज इनका प्रशिक्षण इनको प्रेरणा देगा। कार्यक्रम में पुलिस विभाग की तरफ से साइबर क्राइम एक्सपर्ट टीम में शामिल रामवीर ने कहा कि साइबर क्राइम से बचने के लिए अपने ओटीपी के बारे में ख्याल रखें। किसी को अपना ओटीपी ना दें। दूसरे के मोबाइल में अपनी कोई भी आईडी यूज ना करें और समय-समय पर अपनी आईडी चेक करते रहें।




इसके अलावा कुलां चौकी इंचार्ज पीएसआई कंवरपाल ने बहुत ही विस्तार से साइबर के बारे में बताया कि कैसे फ्रॉड हो रहा है और किस तरह से लोग इस फ्रॉड के काबू में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमेशा हमें ध्यान रखना चाहिए कि तुरंत अगर ऐसी बात हो तो 1930 पर कॉल करके इसकी जानकारी दे देनी चाहिए ताकि आपकी जो भी राशि बैंक से कटी है वह बचाई जा सके। इसके अलावा मोबाइल का यूज जब भी करते हो तो हर चीज देखे और बच्चों को जब भी देते हो तो वह किसी की देखरेख में होना चाहिए और प्रतिदिन अपनी आईडी को चेक करते रहे। वह समय समय पर अपना पासवर्ड इत्यादि चेंज करते रहें। कार्यक्रम के दौरान साइबर एक्सपर्ट रविंदर ने बताया कि फ्रॉड करने वाले किसी भी बहाने आप के संपर्क में आते हैं चाहे वह कॉल करके ओटीपी मांगते हैं, मैसेज करके या नई-नई एप के माध्यम से हमारे साथ फ्रॉड करते हैं। हमें ध्यान रखना चाहिए कोई भी चीज डाउनलोड करने से पहले इसके बारे में देखें, समझें और अगर आपको लगे कि यह गलत है या फ्रॉड है तो इसकी तुरंत जानकारी साइबर क्राइम 1930 पर या पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर सकते हैं। समय रहते हुए सूचित कर दिया तो आपको क्राइम से बचाया जा सकता है।

कार्यक्रम में प्रधानाचार्य चरणजीत कौर ने सभी का स्वागत किया। सुरेंद्र वर्मा ने सफल मंच संचालन करते हुए समय-समय पर बीच-बीच में साइबर क्राइम व बाल अधिकारों के बारे में सभी को अवगत करवाया। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग में होने वाली गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया। इस अवसर पर मुकेश कुमार, दीपक कुमार, लखवीर सिंह सहित जाखल, टोहाना और रतिया के अध्यापकों ने भाग लिया।

सलाम खाकी न्यूज़ फतेहाबाद से

 ब्यूरो चीफ़

 उजागर सिंह की रिपोर्ट 




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